भोपाल। मुख्यमंत्री कमलनाथ का छिंदवाड़ा सीट से विधानसभा चुनाव लड़ने का रास्ता साफ हो गया है। छिंदवाड़ा से विधायक दीपक सक्सेना ने सीएम के लिए अपनी सीट छोड़ते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। आपको बता दें कि छिंदवाड़ा विधायक दीपक सक्सेना पहले भी कमलनाथ के लिए ने अपनी सीट छोड़ने की बात कहते रहे थे। लेकिन बुधवार को उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप दिया। सक्सेना ने बुधवार को विधानसभा की कार्यवाही के दौरान विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंपे दिया। सक्सेना के इस्तीफे के बाद अब ये साफ हो गया है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ इस सीट से ही विधानसभा चुनाव लड़ेगे। गौरतलब है कि वर्तमान में सीएम कमलनाथ विधानसभा के सदस्य नहीं हैं। नियमों के तहत उन्हें 6 महीने में चुनाव लड़ना है, ऐसे में बहुत संभावना है कि लोकसभा चुनाव के साथ ही छिंदवाड़ा में विधानसभा चुनाव भी हो। फिलहाल दीपक सक्सेना के इस इस्तीफे को विधानसभा अध्यक्ष स्वीकार करने के बाद विधानसभा सचिवालय की ओर से मध्यप्रदेश निर्वाचन कार्यालय को इस इस्तीफे की सूचना दी जाएगीइसके बाद छिंदवाड़ा विधानसभा सीट के लिए निर्वाचन की प्रक्रिया का शुरू होगी। आपको बता दें कि छिंदवाड़ा जिले की सातों विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने विजय हासिल की है। छिंदवाड़ा संसदीय सीट से कमलनाथ सांसद हैं। मुख्यमंत्री बनने के बाद ये कयास लगाए जा रहे थे कि कमलनाथ छिंदवाड़ा के किस विधानसभा से चुनाव लड़ेगे। उनके लिए छिंदवाड़ा विधानसभा क्षेत्र तथा सौसर विधानसभा क्षेत्र बेहतर विकल्प माने जा रहे थे। कमलनाथ के करीबी माने जाने वाले विधायक दीपक सक्सेना पहले भी उनके लिए सीट छोड़ने की बात कह चुके थे, ऐसे में सक्सेना ने अब जाकर ये सीट मुख्यमंत्री के लिए खाली कर दी है। इधर कमलनाथ द्वारा विधानसभा का चुनाव लड़ने की खबरों के बीच ये अटकलें भी शुरू हो गई कि अब कमलनाथ के बाद छिंदवाड़ा संसदीय सीट से कौन लोकसभा का उम्मीदवार होगा। कमलनाथ के समर्थक सीमए के बेटे नकुलनाथ को यहां से लोकसभा चुनाव लड़ाने की तैयारी कर रहे हैं। गौरतलब हैकि नकुलनाथ पिछले कुछ समय से राजनीतिक कार्यक्रमों में शामिल हो रहे हैं। लोकसभा चुनाव के जरिए नकुलनाथ की राजनीति में एंट्री हो सकती है।
विधायक दीपक सक्सेना ने दिया इस्तीफा, सीएम कमलनाथ के लिए घोड़ी सीट